Wednesday, August 29, 2007

आदाब

Thursday, August 23, 2007

२-२-२००७

इस रंग बदलती दुनिया में अपना भी रंग होगा,
यह दुनिया उसे सलाम करेगी जो अपने संग होगा॥

Tuesday, August 21, 2007

१-२-२००७

हमने माँगा था उनका साथ,
वह जुदाई का गम दे गए।
हम यादों के सहारे ही जीं लेते,
पर वह भूल जाने की क़सम दे गए॥

Monday, August 20, 2007

३१-१-२००७

राज़ को राज़ रहने दीजिये,
जो भी हो ऐतराज़ रहने दीजिये।
जब दिल से दिल मिलना चाहे,
तो ये मत कहना कि आज रहने दीजिये॥

३०-१-२००७

किसी की चाहत का कभी इम्तिहान न लेना,
मोहब्बत में कभी दगा न देना।
जो शख्स तुम्हारे बिना एक पल न रह सके,
उससे जुदा होकर उसे लंबी उम्र की दुआ मत देना॥

२९-१-२००७

कदम यूं ही डगमगा गए,
वरना संभलना हम भी जानते थे।
ठोकर लगी उस पत्थर से,
जिसे अपना मानते थे॥

२८-१-२००७

वो मुझ पर निसार हो गए,
हम भी उनके लिए बेकरार हो गए।
हमने तो किया प्यार उनसे,
वो किसी और का प्यार हो गए॥

२७-१-२००७

जो पास थे वो दूर हो गए,
सारे ख्वाब चकनाचूर हो गए।
हमें वफ़ा करके बदनामी मिली,
वो बेवफा बन कर मशहूर हो गए॥

२६-१ २००७

तेरी गलियों से गुज़रून्गा तो खिडकी से झाँक लेना ,
फूल तो मंहगे पड़ेंगे पत्थर ही मार लेना॥

२५-१-२००७

न लेकर आना उसे मेरे जनाजे में,
मेरे जनाजे की तौहीन होगी।
मैं तो चार कन्धों पर जाऊँगा,
मेरी जान पैदल होगी॥

२४-१-२००७

आज भी रब से तुझे पाने की फरियाद करता हूँ,
तनहाइयों में तुझे याद करता हूँ।
दिन बहुत हो गए हैं जुदाई के,
फिर भी हर दिन तेरा इंतज़ार करता हूँ॥

२३-१-२००७

टूटे हुए को पनाह कहाँ मिलती है,
भूलें हुए को राह कहाँ मिलती है।
ताजमहल तो सब बनवाना चाहते हैं,
पर सब को मुमताज कहाँ मिलती है॥

२२-१-२००७

खामोशी का मतलब इनकार नहीं होता,
नाकामयाबी का मतलब हार नही होता।
क्या हुआ ग़र तुम्हे पा न सके,
सिर्फ पाने का मतलब ही तो प्यार नही होता॥

२१-१-२००७

फरेब थी हँसी में, आशिकी समझ बैठे,
मौत को ही अपनी जिन्दगी समझ बैठे।
वक्त का मज़ाक था या बदनसीबी हमारी,
हम तुझे अपना प्यार समझ बैठे॥

१०-१-२००७

गुज़रे हैं हम प्यार में,
ऐसे मकाम से।
नफरत सी हो गयी है,
अब मोहब्बत के नाम से॥

९-१-२००७

रोज़ किसी का इंतज़ार होता है,
रोज़ ये दिल बेकरार होता है।
काश! समझ पाता कोई,
चुप रहने वालों को भी किसी से प्यार होता है॥

८-१-२००७

लबों पे आज उनका नाम आ गया,
प्यासे के हाथ जैसे जाम आ गया।
डोले कदम तो गिरा उनकी बाँहों में जाकर,
आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया॥

७-१-२००७

खुदा उन्हें सलामत रखे,
जो हमसे नफरत करते हैं।
प्यार न सही, नफरत ही सही,
वो कुछ तो हमसे करते हैं॥

६-१-२००७

एक दिन जब हम दुनिया से चले जायेंगे,
मत सोचना आप को भूल जायेंगे।
बस एक बार आसमान की तरफ देखना,
हम सितारों में नज़र आएंगे॥

५-१-२००७

दिल किसी एक को दिया जाता है,
वह भी किसी नेक को दिया जाता है।
यह कोई मंदिर का प्रसाद नही,
जो कि हर एक को दिया जाता है॥

४-१-२००७

कुछ मीठे पल याद आते हैं,
पलकों पर आंसू छोड़ जाते हैं।
कल कोई और मिले तो हमें न भूलना,
रिश्ते ज़िन्दगी भर काम आते हैं॥